जाने कहाँ कहाँ ना माँगी मुरादें ,फिर भी कुछ मिलने से पहले ही छूट जाता है ।चाह नहीं है कि पूरा आसमान ... जाने कहाँ कहाँ ना माँगी मुरादें ,फिर भी कुछ मिलने से पहले ही छूट जाता है ।चाह नह...
घने घने से सघन बसे हैं, विस्तृत हैं वन से सजे हैं, पर ना इनमें हरियाली है, ना फूलों घने घने से सघन बसे हैं, विस्तृत हैं वन से सजे हैं, पर ना इनमें हरियाली है,...
पर हक से ज़्यादा माँगना मत पर हक से ज़्यादा माँगना मत
मुख था खुला आँखें थी खुली खर्राटे लेते मेंढक राजा मुख था खुला आँखें थी खुली खर्राटे लेते मेंढक राजा
लेकिन नदी कभी वापस नहीं लौटती वह बहती जाती है बहती जाती है और बहती जाती है लेकिन नदी कभी वापस नहीं लौटती वह बहती जाती है बहती जाती है और बहती जाती...
बिम्ब के भ्रम में ही कुत्ता रोटी गँवाता। बिम्ब के भ्रम में ही कुत्ता रोटी गँवाता।